गर्भावस्था में नाक से खून आना : कारण, लक्षण व बचाव | Nose Bleeding During Pregnancy In Hindi

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को कई प्रकार की शारीरिक समस्याओं से गुजरना पड़ता है। नाक से खून आना भी उन्हीं में से एक है। यही वजह है किमॉमजंक्शनके इस लेख में हम इस विषय से संबंधित शोधों पर आधारित जानकारी लेकर आए हैं। यहां हम नकसीर के कारण, लक्षण के साथ-साथ यह भी समझाएंगे कि नकसीर की समस्या गर्भावस्था को कितना प्रभावित करती है।

लेख की शुरुआत इस सवाल से करते हैं कि गर्भावस्था के दौरान नकसीर कितना खतरनाक है।

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क्या गर्भावस्था के दौरान नकसीर चिंता का कारण है?

नहीं, आमतौर पर गर्भावस्था के दौरान नकसीर को चिंता का कारण नहीं माना जाता है। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध के मुताबिक, गर्भावस्था के दौरान नाक से खून आना एक आम समस्या है। इसके अधिकांश मामलों में डॉक्टर की जरूरत नहीं पड़ती है(1)

आंकड़ों के मुताबिक, सामान्य समय में 6.2 प्रतिशत महिलाओं को यह समस्या होती है, जबकि गर्भावस्था के समय 20.3 प्रतिशत महिलाएं इस परेशानी से जूझती हैं। कुल मिलाकर गैर-गर्भवती महिलाओं की तुलना में गर्भवतियों में एपिस्टेक्सिस यानी नाक से खून आने की समस्या तीन गुना से अधिक होती है(1)

अब गर्भावस्था के दौरान नाक से खून आने के कारण जानते हैं।

गर्भावस्था में नाक से खून आने के क्या कारण हैं? | Causes of nosebleeds during pregnancy in hindi

प्रेगनेंसी के दौरान नाक से खून निम्नलिखित कारणों से आ सकते हैं। नीचे क्रमवार तरीके से हम उन्हीं की चर्चा कर रहे हैं।

  • नाक के ऊतकों का सूख जाना, जिससे रक्त वाहिकाएं फैल कर सतह के करीब आ जाती हैं(2)
  • गर्भावस्था में नाक के म्यूकोसा नामक टिश्यू में वृद्धि होना(1)
  • हाई ब्लड प्रेशर की समस्या(3)
  • टॉक्सेमिया,ऐसास्थितिजिसमेंसंक्रमणकेकारणरक्तविषाक्तता होती है(3)
  • हार्मोनल बदलाव(3)

इसके अलावा, नाक से खून आने के कुछ अन्य कारण भी हो सकते हैं(4)

  • एलर्जी के कारण नाक में जलन होना
  • सर्दी, छींक या साइनस की समस्या
  • बहुतठंडीयाशुष्कहवाकेकारण
  • जोर से नाक झटकना या नाक में उंगली डालना
  • नाक में चोट लगाना या नाक में किसी वस्तु का फंस जाना
  • साइनस या पिट्यूटरी ग्लैंड की सर्जरी
  • नासिका छिद्रों के बीच की दीवार का अपनी जगह से हिल जाना
  • दवाओं या रासायनिक स्प्रे का प्रभाव
  • नाक के स्प्रे का अत्यधिक उपयोग करना
  • नाक की नलिकाओं के माध्यम से ऑक्सीजन ट्रीटमेंट लेना

नाक से खून आने के कारण के बाद इससे जुड़े लक्षणों पर एक नजर डाल लेते हैं ।

प्रेगनेंसी के दौरान नोज ब्लीडिंग के लक्षण

गर्भावस्था में नाक से खून आना खुद में एक लक्षण है, जो नाक के टिश्यू के सूख जाने के कारण होता है(2)। यहां हम कुछ संभावित परेशानियों का जिक्र कर रहे हैं, जो इस दौरान हो सकती हैं, जिन्हें इसके लक्षण के रूप में देखा जा सकता है(5):

  • नाक के एक या दोनों छिद्रों से खून आना
  • दर्द महसूस होना
  • नाक में भारीपन महसूस होना
  • नाक में सूखा हुआ व पपड़ीदार खून नजर आना
  • असहजता महसूस होना
  • चिड़चिड़ापन लगना

चलिए, अब जान लेते हैं कि नोज ब्लीडिंग से गर्भावस्था प्रभावित होती है या नहीं।

क्या नकसीर प्रेगनेंसी को प्रभावित कर सकता है?

हां, कुछ एक मामलों में नकसीर गर्भावस्था को प्रभावित कर सकता है। इससे जुड़े एक शोध में बताया गया है कि गर्भावस्था के दौरान अगर नाक से खून आने की गंभीर समस्या तीसरी तिमाही में हो, तो यह मां और बच्चे दोनों के जीवन के लिए खतरा बन सकता है। ऐसा नकसीर से जुड़े गंभीर मामलों में देखा गया है(6)

एनसीबीआई में मौजूद एक रिसर्च के अनुसार, प्रेगनेंसी के दौरान नोज ब्लीडिंग की समस्या होने परसिजेरियन डिलीवरीकीसलाहदीजासकतीहै(1)। एक अन्य शोध में यह भी बताया गया है कि प्रसव के बाद यह समस्यारक्तस्राव के जोखिमोंको भी बढ़ा सकती है(7)

नीचे स्क्रॉल करें और जानें कि प्रेगनेंसी में नाक से खून कब आता है।

गर्भावस्था में नाक से खून आना आम तौर पर कब शुरू होता है?

प्रेगनेंसी के 6 से 8 सप्ताह से लेकर 32वें हफ्ते तक गर्भवतियों के शरीर में खून की मात्रा सामान्य महिलाओं की तुलना में 40 से 50 प्रतिशत तक बढ़ जाती है(1)। एक अन्य शोध मेंगर्भावस्था की दूसरी तिमाहीमें होने वाली समस्याओं के बारे में चर्चा की गई है, जिसमें नाक से खून आना भी शामिल है(8)। इस आधार पर कहा जा सकता है कि गर्भावस्था के दौरान नाक से खून आना दूसरी तिमाही से शुरू हो सकता है।

आगे पढ़ें गर्भावस्था के समय नाक से खून आने पर क्या करना चाहिए।

प्रेगनेंसी के दौरान नाक से खून आने पर क्या करें?

यहां हम क्रमवार तरीके से बता रहे हैं कि गर्भावस्था के दौरान नाक से खून आने पर क्या करना चाहिए(4):

  • नाक से खून आने के दौरान अगर कोई महिला लेटी हुई है, तो सबसे पहले एक जगह बैठ जाए या फिर खड़ी हो जाए।
  • इसके बाद सिर को सीधा करें। इससे रक्त वाहिकाओं पर दबाव कम पड़ता है, जिससे ब्लीडिंग को धीमा करने में मदद मिल सकती है।
  • ध्यान रखें कि इस दौरान हल्का सा भी पीछे की ओर न झुकें और न ही सिर को झुकाएं। इससे ब्लीडिंग को रोकने में परेशानी हो सकती है।
  • इसके बाद अंगूठे और उंगली की मदद से नाक को करीब 10 मिनट के लिए हल्का दबाए रखें।
  • इस दौरान खून को निगलने से बचने के लिए आगे की ओर हल्का झुकें और सांस लेने के लिए मुंह का इस्तेमाल करें।
  • फिर 10 मिनट तक इंतजार कर यह सुनिश्चित कर लें कि नोज ब्लीडिंग पूरी तरह से बंद हुई है या नहीं।

यहां हम कुछ टिप्स दे रहे हैं, जिनके माध्यम से नकसीर को रोकने में मदद मिल सकती है।

गर्भावस्था के दौरान नकसीर को कैसे रोका जा सकता है?

प्रेगनेंसी के दौरान नाक से खून आने की समस्या को रोकने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं।

  • समय-समय पर तरल पदार्थों का सेवन करते रहें(2)
  • नाक या साइनस का सूखापन कम करने के लिए ह्यूमिडिफायर का उपयोग किया जा सकता है(2)
  • अगर रक्तस्राव बंद नहीं होता है, तो एंटीबायोटिक कवर के साथ नाक की पैकिंग की आवश्यकता हो सकती है। ऐसा डॉक्टर की सलाह पर ही करें(3)
  • घर को ठंडा रखें। साथ ही अंदर की हवा में नमी बनाए रखने के लिए वेपोराइजर का इस्तेमाल किया जा सकता है(4)
  • इसके अलावा, नाक के ऊपरी हिस्से पर ठंडी सिकाई करके भी नकसीर को रोका जा सकता है(4)

लेख के अंत में जानें किन लक्षणों के दिखने पर डॉक्टर से मिलना चाहिए।

डॉक्टर से कब संपर्क करें

नीचे बताए गए निम्नलिखित लक्षणों के दिखने पर गर्भवती महिला को बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए(4):

  • अगर लगातार नाक से खून आ रहा हो और 20 मिनट के बाद भी वह बंद न हो
  • सिरमेंचोटलगनेकेबादअगरनाक से खून बहने लगे
  • नाक में चोट लगी हो और खून बह रहा हो
  • अगर कोई महिला खून को पतला करने वाली दवाइयों का सेवन कर रही हो
  • पहले भी नाक से खून बहने की समस्या रही हो।

अगर गर्भावस्था के दौरान नाक से ज्यादा खून नहीं बह रहा है, तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। यह समस्या प्रेगनेंसी के दौरान सामान्य मानी गई है, जिसका घर बैठे बचाव हो सकता है। लेख में हमने बचाव के तरीके और ब्लीडिंग रोकने के टिप्स विस्तार से बताए हैं। हां, अगर नाक से खून लगातार बह रहा है, तो बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करें।

References:

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