छोटे बच्चे इतने प्यारे होते हैं कि कोई भी उन्हें देखकर आकर्षित हो जाए। उनके छोटे-छोटे हाथ, पैर, आंख व नाक आदि बहुत कोमल होते हैं। वहीं, अगर शिशु के सिर की बात करें, तो लगभग हर शिशु के सिर की बनावट बेडौल होती है। जी हां, ऐसा हर शिशु के साथ होता है और इसका एक वाजिब कारण भी है। इसलिए, आपको अपने शिशु का बेडौल सिर देखकर घबराने की जरूरत नहीं है। बस जरा-सी सावधानी और सही जानकारी से सिर के आकार को ठीक किया जा सकता है। अब आप जानना चाहेंगे कि ऐसा कैसे, तो उसका जवाब हम यहां दे रहे हैं।
हर बच्चा बेडौल सिर के साथ लेता है जन्म
यह तो सभी जानते हैं कि बच्चे का शरीर जन्म लेने के बाद भी पूरी तरह से विकसित नहीं होता है। सिर की हड्डियां भी पूरी तरह से विकसित नहीं होती हैं, जिस कारण सिर का वो हिस्सा थोड़ा लचीला व अंडाकार हो जाता है(1)। साथ ही एक ही स्थिति में लेटे रहने से भी बच्चे का सिर चपटा या बेडौल हो सकता है। इसलिए, बिल्कुल भी परेशान न हों। आप कुछ आसान उपाय अपना कर बच्चे के सिर को सही आकार में ला सकते हैं। आइए, अब हम बच्चे के सिर को सही आकार में लाने के कुछ उपायों के बारे में जानते हैं, जो इस प्रकार हैं(2)(3):
1. बदलें शिशु के सिर की पॉजिशन
हर घंटे बच्चे के सिर की पॉजिशन बदलने से कुछ फायदा हो सकता है। इसके लिए आप उन चीजों को एक जगह से दूसरी जगह रख सकते हैं, जिन्हें शिशु अक्सर निहारता रहता है। उन चीजों को देखने के लिए शिशु खुद ही अपने सिर की पॉजिशन बदल लेगा।
2. लेटने की पॉजिशन बदलना भी जरूरी
जब आपका बेबी सो रहा हो, तब भी उसकी पॉजिशन को बदलना जरूरी है। एक ही अवस्था में लेटे रहने से शिशु के एक ही हिस्से पर अधिक दबाव पड़ सकता है। इसलिए, समय-समय पर आप बच्चे की करवट में बदलाव करते रहें। इससे शिशु के सिर को आकार में लाने में मदद मिल सकेगी।
3. समतल बिस्तर पर लेटाएं
जन्म के कुछ महीने तक बच्चे की गर्दन की मांसपेशियां उतनी मजबूत नहीं होती हैं कि वह अपने सिर को नियंत्रित कर सकें। इस कारण गद्देदार बिस्तर पर या तकिया के साथ लिटाने पर उसे अपने सिर की स्थिति में बदलाव कर पाने में परेशानी हो सकती है। इसलिए, बच्चे को हमेशा समतल बिस्तर पर ही लिटाएं।
4. अपने ऊपर लिटाएं
दिन में कम से कम एक बार कुछ समय के लिए बच्चे को अपने ऊपर यानी छाती पर लिटाएं। इससे कुछ देर के लिए बच्चे के सिर को दबाव से मुक्ति मिलेगी और सिर को सही आकार में आने में मदद मिलेगी।
5. टमी टाइम
सिर के सही आकार के लिए टमी टाइम भी जरूरी है। इसलिए, दिन में करीब दो से तीन बार उसे 10 से 15 मिनट के लिए पेट के बल लिटाएं। इससे न केवल बच्चे के चपटे सिर को आकार में लाने में मदद मिलेगी, बल्कि इससे उसका पेट भी ठीक रहेगा।
6. बच्चे को कुछ समय गोद में लें
बेबी के नींद से जागने के बाद कुछ समय के लिए अपनी गोद में लें। इससे लेटे रहने से बच्चे के सिर पर आने वाला दबाव कुछ देर के लिए खत्म हो पाएगा और बच्चे के सिर को गोल आकार में आने में मदद मिलेगी।
7. दूध पिलाते समय भी रखें ध्यान
अगरआपशिशुकोस्तनपानकरातीहैं,तोथोड़ी——थोड़ीदेरमें बाएं और दाएं तरफ से स्तनपान कराएं। इससे बच्चे के सिर पर पड़ने वाले दबाव की स्थिति में परिवर्तन आ सकेगा। वहीं, अगर आपका बच्चा बोतल से दूध पीता है, तो भी थोड़ी-थोड़ी देर में बाएं और दाएं अवस्था में लेटाएं। ऐसा करने से बच्चे के बेडौल सिर को सही आकार देने में मदद मिल सकेगी।
नोट-ध्यान रहे, जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता है, उसके सिर की अविकसित हड्डियां विकसित होती जाती हैं। इसलिए, ये उपाय सिर्फ जन्म के कुछ शुरुआती महीनों में ही कारगर साबित हो सकते हैं(1)।
उम्मीद है कि अब कोई भी शिशु का बेडौल सिर देखकर घबराएगा नहीं। सही जानकारी और सावधानी से इस समस्या को आसानी से ठीक किया जा सकता है। बस लेख में दी गई जानकारी को अच्छे से पढ़ें और अमल में लाएं। इसमें कोई दो राय नहीं कि अगर जन्म से शिशु पर ध्यान दिया जाए, तो उसे भविष्य में किसी तरह की समस्या नहीं आती।